
‘बदलते हुए’ लघुकथा संग्रह में पुरातन आदर्शवाद और रूढ़ियों को तोड़ने का प्रयास करती रचनाओं के साथ-साथ शिल्प को थोड़ा बदलते हुए कुछ ऐसी लघुकथाओं को भी स्थान देने का प्रयास किया है, जो आज की पीढ़ी से किसी भी तरह से जुडी हैं और इस तरह की कुछ लघुकथाओं को अपने में समेटे हुए आप सभी पाठकों के समक्ष यह संग्रह ‘बदलते हुए’ प्रस्तुत है। अपने कार्य में मैं कितना सफल रहा, यह तो आपकी राय और प्रतिक्रियाएं ही बताएंगी, जिनका मैं बेसब्री से इंतज़ार करूंगा।
-डॉ. चन्द्रेश कुमार छतलानी
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Book Information’s | |
Author | |
ISBN | 978-93-87856-07-3 |
Language | Hindi |
Pages | 86 |
Binding | Paperback |
Genre | Literary Collections |
Publish On | 2020 |
Publisher |
About the Author
लेखक डॉ. चन्द्रेश कुमार छतलानी राजस्थान के एक प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में कम्प्युटर विज्ञान का शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। आपने पीएच.डी. (कंप्यूटर विज्ञान) की शिक्षा प्राप्त की है। उन्होने 100 से अधिक सॉफ्टवेयर और 50 से अधिक वैबसाइट का निर्माण किया है और लगभग 22 वर्षों का शोध, शिक्षण और सोफ्टवेयर आदि बनाने का अनुभव है। वर्तमान में लगभग 35 शोध पत्रिकाओं में संपादक के पद का दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। आपके अब तक 21 शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं और 45 शोध पत्र विभिन्न संगोष्ठियों में प्रस्तुत किए हैं। तीन मोनोग्राफ (ISBN सहित) प्रकाशित हुए हैं। 7 राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय सम्मान प्राप्त हुए हैं और 3 अन्य सम्मान हेतु चयन हुआ है। साहित्य के क्षेत्र में लेखक ने लगभग 150 लघुकथाएं लिखी हैं। लघुकथाओं के अतिररिक्त कविताएं, ग़ज़ल, गीत, कहानियाँ, बालकथाएं, बोधकथाएं, लेख एवं पत्र भी लिखे है। कई साहित्यिक प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया है।